क्या आप खिंचाव के निशान और असमान त्वचा टोन से पीड़ित हैं? इसके लिए
बायो ऑइल अच्छा समाधान है। बायो ऑइल त्वचा की देखभाल के लिए बनाया गया
उत्पाद है। इसका मुख्य घटक है पर्सल्लिन तेल जो त्वचा की समस्याएँ,
निर्जलित त्वचा और बढती उम्र का त्वचा पर असर कम करने के लिए प्रभावी ढंग
से काम करता है। विटामिन ए, कैलेंडुला तेल, रोजमेरी तेल, विटामिन ई,
लैवेंडर का तेल और कैमोमाइल
तेल जैसे कुछ प्राकृतिक चीजें बायो ऑइल में निहित हैं। बायो ऑइल में कोई प्रेसरवेटिव नहीं होता है और ये सभी प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त है।
स्नान: यह सभी प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त है | नहाने के बाद अपनी त्वचा पर और शरीर पर थोडा तेल लगायें । बायो ऑइल आसानी से सोख लिया जाता है और अच्छे मॉइस्चराइजर के रूप में कार्य करता है।
लिप बाम : होटों को नरम और नम करने के लिए थोडा बायो ऑइल दिन में २ बार लगायें
तेल जैसे कुछ प्राकृतिक चीजें बायो ऑइल में निहित हैं। बायो ऑइल में कोई प्रेसरवेटिव नहीं होता है और ये सभी प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त है।
- बायो ऑइल गर्भावस्था के बाद के निशान कम करने, चेहरे और शरीर की झुर्रियों वाली त्वचा, बढती उम्र का त्वचा पर असर, निर्जलित त्वचा के निशान, खिंचाव कम करने में मदद करता है। बायो ऑइल तेजी से अवशोषित होता है और कोई अवशेष नहीं छोड़ता है।
- बायो ऑइल विटामिन ए का समृद्ध स्रोत होता है जो स्वस्थ त्वचा देता है।
- बायो ऑइल मॉइस्चराइजिंग तेल है जो त्वचा के निशान मिटाकर त्वचा साफ़ करता है । नहाने के बाद इसे त्वचा पर लगायें । चेहरे के लिए २ बूंदें काफी होती हैं ।
बायो-ऑइल कैसे इस्तेमाल करें ?
बायो ऑइल निशान कम करने के लिए तीन महीनों के लिए दिन में दो बार लगायें । बायो ऑइल उँगलियों पर लेकर निशान पर मालिश करें | बायो ऑइल में सनस्क्रीन ना होने से वह त्वचा में शोषित होने के बाद ही सनस्क्रीन लगायें । टूटी हुई त्वचा पर बायो ऑइल का उपयोग न करें।परिणाम देखने के लिए कितनी देर लगती है ?
हाल ही में बने निशान पुराने निशान की तुलना में जल्दी कम हो जाते हैं । हर एक की त्वचा अलग होती है और इसलिए हर व्यक्ति में इसका परिणाम अलग दिखता है । यह त्वचा की स्थिति पर ज्यादा निर्भर करता है। चेहरे के निशान या असमान त्वचा टोन के लिए कम से कम चार सप्ताह के लिए बायो ऑइल इस्तेमाल करें ।क्या गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान बायो ऑइल का उपयोग सुरक्षित है ?
बायो ऑइल गर्भावस्था के दौरान उपयोग करने के लिए सुरक्षित है। गर्भावस्था के दौरान बायो ऑइल दूसरी तिमाही की शुरुआत से लगातार लगाया जाना चाहिए । यह पेट में पल रहे बच्चे के लिए हानिरहित है। स्तनपान के दिनों में भी अपने शरीर पर बायो ऑइल का उपयोग करें, लेकिन इसे निपल्स पर ना लगायें । आप को कोई भी संदेह हो तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें।बायो ऑइल कौन इस्तेमाल न करें?
बच्चे २ साल के होने तक उन पर बायो ऑइल इस्तेमाल न करें | उनकी त्वचा अतिसंवेदनशील होने के कारण बायो ऑइल २ साल के बाद ही प्रयोग करें |बायो ऑइल के फायदे
स्नान: यह सभी प्रकार की त्वचा के लिए उपयुक्त है | नहाने के बाद अपनी त्वचा पर और शरीर पर थोडा तेल लगायें । बायो ऑइल आसानी से सोख लिया जाता है और अच्छे मॉइस्चराइजर के रूप में कार्य करता है।
लिप बाम : होटों को नरम और नम करने के लिए थोडा बायो ऑइल दिन में २ बार लगायें
बालों का इलाज : थोडा बायो ऑइल लेकर अपने बालों की जड़ों में लगाने से त्वचा शांत हो जाती है|
- मेकअप से पहले लगाना : बायो ऑइल की 1 बूंद चेहरे पर फाउंडेशन लगाने से पहले लगायें | यह शुष्क त्वचा के लिए अच्छा है |
- शियल : बायो ऑइल की ५ बूंदें एक कटोरे में लेकर उसमे गरम पानी मिलाएं | इस पानी में एक कपडा भिगोकर ५ मिनट चेहरे पर रखें |
- खों का मेकअप निकालने के लिए : थोडा बायो ऑइल कपास पर लेकर आँखों का मेकअप निकालें |
- विंग के पहले बायो ऑइल लगायें |
- यो ऑइल नाखुनो पर लगाने से उनका स्वास्थय सुधरता है |
- हनी की त्वचा शुष्क होने पर वहां बायो ऑइल लगाने से वह नरम और नम हो जाती है |
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